साथियों! भीमराव आम्बेडकर की किताबें [Bhimrao Ambedkar Books] लेख में आपका स्वागत है। हम आपको ले चलते हैं उन अद्भुत किताबों की दुनिया में जो डॉ भीमराव अंबेडकर की श्रेष्ठ रचनाओं का संग्रह है। डॉ अम्बेडकर एक दूरदर्शी विद्वान, समाज सुधारक और भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार रहे हैं। उन्होंने अपने विचारों को अपनी आनेवाली पीढ़ीओं के लिए किताबों के रूप में संग्रहित किया है। किताबों की इस संकलित सूची जाति, सामाजिक न्याय, समानता, और मानव अधिकारों के लिए उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
डॉ अंबेडकर की पुस्तकें न केवल उनकी अद्वितीय बुद्धिमत्ता का प्रमाण है, बल्कि यह उनके अथक और असीमित प्रयासों का परिणाम भी हैं, जिनका उद्देश्य उत्पीड़ितों के कल्याण और उससे भी कहीं अधिक समावेशी और समतामूलक समाज और एक विकसित राष्ट्र बनाने के उनके अथक प्रयासों का जीता-जागता उदहारण भी हैं। राष्ट्र निर्माता बाबा साहेब की इन प्रभावशाली रचनाओं में छिपी वो अमूल्य वैचारिक धरोहर है जो वर्तमान और आनेवाली पीढ़ियों को प्रेरित और मार्गदर्शन करती रहेगी।
भीमराव आंबेडकर की किताबें उनके विचारों और सिद्धांतों का एक अनमोल संग्रह और सामाजिक न्याय और समानता के लिए उनकी लड़ाई का एक अमूल्य दस्तावेज हैं। उन्होंने समाज, धर्म, राजनीति, अर्थशास्त्र और कानून के क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण योगदान दिए। उनकी किताबें इन सभी क्षेत्रों में हमारे ज्ञान और समझ को बढ़ाने में मदद करती हैं।
- भारत में जातिप्रथा एवं जातिप्रथा उन्मूलन, भाषायी प्रांतों पर विचार : रानडे, गांधी और जिन्ना आदि (Caste System and Abolition of Caste System in India, Thoughts on Linguistic Regions: Ranade, Gandhi and Jinnah etc)
- संवैधानिक सुधार एवं आर्थिक समस्याएं (Constitutional reforms and economic problems)
- डॉ अम्बेडकर : बंबई विधान मंडल में (Dr. Ambedkar : In the Bombay Legislature)
- डॉ अम्बेडकर : साइमन कमीशन (भारतीय सांविधिक आयोग) के साथ (Dr Ambedkar : With Simon Commission (Statutory Commission of India)
- डॉ अम्बेडकर : गोलमेज सम्मेलन में (Dr. Ambedkar : In the Round Table Conference)
- हिन्दुत्व का दर्शन (Philosophy of Hindutva)
- क्रांति तथा प्रतिक्रांति, बुद्ध अथवा कार्ल मार्क्स आदि (Revolution and Counter-Revolution, Buddha or Karl Marx etc)
- हिन्दु धर्म की पहेलियां (Riddles of Hinduism)
- अस्पृश्यता या भारत में बहिष्कृत प्रकृति के जीव (Untouchability or the Creatures of the Outcast Nature in India)
- अस्पृश्यता का विद्रोह, गांधी और उनका अनशन, पूना पैक्ट (Revolt of Untouchability, Gandhi and his fast, Poona Pact)
- ईस्ट इंडिया कंपनी का प्रशासन और वित्त प्रबंध (Administration and Finance of the East India Company)
- रुपये की समस्या : इसका उद्भव और समाधान (Problem of rupee : Its Origin and Solution)
- शूद्र कौन थे? (Who were the Shudras?)
- अछूत कौन थे और वे अछूत कैसे बने? (Who were the Untouchables and how did they become Untouchables?)
- पाकिस्तान अथवा भारत का विभाजन (Partition of Pakistan or India)
- कांग्रेस एवं गांधी ने अस्पृश्यों के लिए क्या किया? (What did Congress and Gandhi do for the Untouchables?)
- गांधी एवं अछूतों का उद्धार (Gandhi and the Emancipation of the Untouchables)
- डॉ अम्बेडकर : सेंट्रल लेजिसलेटिव काउंसिल में (Dr Ambedkar : In the Central Legislative Council)
- अनुसूचित जातियों की शिकायत तथा सत्ता हस्तांतरण संबंधी महत्त्वपूर्ण पत्र-व्यवहार आदि (Grievances of Scheduled Castes and Important Correspondence Related to Transfer of Power etc)
- डॉ अम्बेडकर : केंद्रीय विधानसभा में (भाग-1) (Dr Ambedkar : In the Central Assembly (Part-1)
- डॉ अम्बेडकर : केंद्रीय विधानसभा में (भाग-2)Dr. Ambedkar: In the Central Assembly (Part-2)
- बुद्ध और उनका धम्म।Buddha and his Dhamma.
- प्राचीन भारतीय वाणिज्य, अस्पृश्य तथा ‘पेक्स ब्रिटानिका’ ब्रिटिश संविधान भाषण।Ancient Indian commerce, Untouchables and ‘Pex Britannica’ British constitution speech.
- सामान्य विधि औपनिवेशिक पद, विनिर्दिष्ट अनुतोश विधि, न्यास विधि टिप्पणियां।General Law Colonial Terms, Specific Relief Law, Trust Law Notes.
- ब्रिटिश भारत का संविधान, संसदीय प्रक्रिया पर टिप्पणियां सामाजिक व्यवस्था को रखना, विविध टिप्पणियां।Constitution of British India, Notes on Parliamentary Procedure, Maintenance of Social Order, Miscellaneous Notes.
- प्रारूप संविधान : भारत के राजपत्र में प्रकाशित (26 फरवरी 1948) Draft Constitution: Published in the Gazette of India (26 February 1948)
- प्रारूप संविधान : खंड प्रति खंड चर्चा (09-12-1946 से 31-07-1947)Draft Constitution : Clause by Clause Discussion (09-12-1946 to 31-07-1947)
- प्रारूप संविधान : भाग-1 (16-05-1949 से 16-6-1949)Draft Constitution : Part-I (16-05-1949 to 16-6-1949)
- प्रारूप संविधान : भाग-2 (30-7-1949 से 16-09-1949)Draft Constitution: Part-II (30-7-1949 to 16-09-1949)
- प्रारूप संविधान : भाग-3 (खंड-7) (17-09-1949 से 16-11-1949)Draft Constitution: Part-3 (Volume-7) (17-09-1949 to 16-11-1949)
- डॉ भीमराव अम्बेडकर और हिन्दु संहिता विधेयक (भाग-1)
- डॉ भीमराव अम्बेडकर और हिन्दु संहिता विधेयक (भाग-2)
- डॉ भीमराव अम्बेडकर : लेख और वक्तव्य (20-11-1947 से 19-05-1951)
- डॉ भीमराव अम्बेडकर : लेख और वक्तव्य (07-08-1951 से 28-09-1951)
- डॉ भीमराव अम्बेडकर और उनकी समतावादी क्रांति : मानवाधिकारों के परिप्रेक्ष्य में।
- डॉ भीमराव अम्बेडकर और उनकी समतावादी क्रांति सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक गतिविधियों के परिप्रेक्ष्य में।
- डॉ भीमराव अम्बेडकर और उनकी समतावादी क्रांति भाषण।
- डॉ भीमराव अम्बेडकर : लेख तथा वक्तव्य, भाग-1 (वर्ष 1920-1936)
- डॉ भीमराव अम्बेडकर : लेख तथा वक्तव्य, भाग-2 (वर्ष 1937-1945 )
- डॉ भीमराव अम्बेडकर : लेख तथा वक्तव्य, भाग-3 (वर्ष 1946-1956)
निष्कर्ष
बाबा साहेब आंबेडकर की किताबें आज भी उतनी ही प्रासंगिक हैं जितनी कि उनकी रचना के समय थीं। वे भारत और दुनिया के अन्य हिस्सों में सामाजिक न्याय और समानता के लिए संघर्ष कर रहे लोगों के लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं। उनकी किताबें हमें अपने आसपास की दुनिया को बेहतर ढंग से समझने और एक अधिक न्यायपूर्ण समाज बनाने हेतु काम करने के लिए प्रेरित करती हैं।
उनकी किताबें एक अमूल्य विरासत हैं जो हमें सामाजिक न्याय, समानता और स्वतंत्रता के बारे में सिखाती हैं। वे हमें एक बेहतर दुनिया बनाने के लिए प्रेरित करती हैं। उनकी किताबें एक शक्तिशाली आवाज हैं जो सामाजिक न्याय और समानता की मांग करती हैं। वे हमें एक अधिक न्यायपूर्ण और समतामूलक समाज के निर्माण के लिए प्रेरित करती हैं।