Micheal Jordan Biography in Hindi: बास्केट बॉल अमेरिका में एक प्रसिद्ध खेल है। इस खेल की दीवानगी अमेरिका में इतनी अधिक है कि माइकल जॉर्डन को इस खेल का भगवान कहा जाता है। माइकल जॉर्डन ने अपने शानदार खेल प्रदर्शन से अनेकों रिकॉर्ड बनाये हैं।
माइकल जॉर्डन का जीवन बहुत ही गरीबी में बीता। लेकिन जॉर्डन बचपन से ही कुशाग्र बुद्धि के बालक थे। और, उनकी सोच कभी हार न मानने वाली थी। आज वो जिस मुकाम पर हैं उसके लिए उन्होंने बहुत मेहनत की है। तो आइये, जानते हैं बास्केट बॉल के भगवान कहे जाने वाले माइकल जॉर्डन का जीवन परिचय विस्तार से।
माइकल जॉर्डन : एक परिचय
नाम | माइकल जैफरी जॉर्डन |
जन्म | 17 फ़रवरी 1963 |
जन्म स्थान | ब्रुकलिन, न्यूयॉर्क, अमेरिका |
पेशा | पूर्व बास्केट बॉल प्लेयर, बिजनेसमैन |
पिता | जेम्स जॉर्डन |
माता | डेलोरिस जॉर्डन |
भाई | लैरी जॉर्डन और जेम्स जॉर्डन जूनियर |
बहन | रोसलिन जॉर्डन और डेलोरिस जॉर्डन |
शिक्षा | भूगोल से स्नातक |
स्कूल / कॉलेज | ओगडेन प्राइमरी स्कूल Wilmington’s Emsley A. laney High School University of North Carolina at Chapel Hill |
पत्नी | जुआनिता वेनॉय (1989 – 2006) Yvette Prieto (2013 से अब तक) |
बच्चे | बेटे – जेफ्री जॉर्डन , मार्कस जॉर्डन (पहली पत्नी से) बेटी – जैसमिन (पहली पत्नी से) बेटी – विक्टोरिया, Ysabel (दूसरी पत्नी से) |
माइकल जॉर्डन का जन्म और परिवार
माइकल जॉर्डन का पूरा नाम माइकल जैफरी जॉर्डन है। माइकल जॉर्डन का जन्म 17 फरवरी 1963 को अमेरिका के न्यूयॉर्क राज्य के ब्रुकलिन नामक जगह में हुआ था। उनके पिता का नाम जेम्स जॉर्डन और माता का नाम डेलोरिस जॉर्डन है।
उनके पिता बिजली विभाग में काम करते थे और उनकी माँ एक बैंक में काम करती थी। माइकल जॉर्डन अपने पांच भाई बहनों में चौथे नंबर के हैं।
माइकल जॉर्डन की शिक्षा
माइकल जॉर्डन ने अपनी शुरुआती शिक्षा ओगडेन प्राइमरी स्कूल से की। जब माइकल जॉर्डन नार्थ कैरोलिना आये तो उन्होंने अपनी हाई स्कूली शिक्षा Wilmington’s Emsley A. laney High School से प्राप्त किया।
अपना हाई स्कूल पूरा करने के बाद 1981 में माइकल जॉर्डन ने अपने स्नातक की पढ़ाई के लिए University of North Carolina at Chapel Hill में दाखिला लिया. हालाँकि तब तक माइकल जॉर्डन एक सफल बास्केट बॉल खिलाड़ी बन गए थे लेकिन उनकी माँ चाहती थी कि वे अपनी स्नातक की पढ़ाई पूरी करे. अपनी माँ की बात मानते हुए उन्होंने 1984 में भूगोल से स्नातक की पढ़ाई पूरी की.
माइकल जॉर्डन का बास्केट बॉल करियर
माइकल जॉर्डन को खेल – कूद का शौक बचपन से ही था. वो बचपन में फुटबॉल, बेसबाल और बास्केटबाल खेला करते थे. लेकिन उनका बास्केटबॉल के प्रति झुकाव ज्यादा था इसलिए उन्होंने करियर बनाने के लिए बास्केटबॉल को ही चुना.
जब माइकल जॉर्डन हाई स्कूल में थे तो उन्हें स्कूल की बास्केटबॉल की टीम से यह कहकर बाहर कर दिया था कि तुम्हारा कद छोटा है. इस घटना के बाद माइकल जॉर्डन जब स्कूल से घर आये तो उन्होंने खुद को कमरे में बंद कर लिया और जोर – जोर से रोने लगे. लेकिन इस घटना के बाद वे टूटे नहीं. बल्कि और ज्यादा मेहनत करने लगे.
इसके बाद उन्होंने स्कूल की जूनियर बास्केटबॉल टीम को ज्वाइन कर लिया और इतना शानदार प्रदर्शन किया कि , उन्हें McDonalds All American Team के लिए चुना गया.
अपने शानदार प्रदर्शन से उन्हें बहुत से विश्वविधालयों से स्कॉलरशिप का ऑफर आया. बहुत सोचने के बाद अंततः माइकल जॉर्डन ने 1981 में University of North Carolina को चुना. क्योकि यह कॉलेज उनके घर के पास था.
1984 में माइकल जॉर्डन का चयन यूनाइटेड स्टेट बास्केट बॉल ओलम्पिक टीम के लिए हुवा जिसमें उन्होंने कैलिफोर्निया में गोल्ड मैडल जीता. इसी साल माइकल जॉर्डन को शिकागो बुल्स ने NBA League के लिए अपनी टीम में शामिल कर लिया. इसके बाद माइकल जॉर्डन ने कभी पीछे मुड़ के नहीं देखा और अपने दमदार खेल से उन्होंने सारी दुनिया को प्रभावित किया जिससे लोग उन्हें बास्केटबॉल में भगवान का दर्जा देने लगे.
1993 में माइकल जॉर्डन ने पिता की मौत के बाद बास्केटबॉल को छोड़कर शिकागो वहाइट सॉक्स के लिए बेसबाल कॉन्ट्रैक्ट पर साइन कर लिया लेकिन 2 साल बाद ही वे बेसबाल को छोड़कर एक बार फिर वापस बास्केटबाल में वापस आ गए.
13 जनवरी 1999 को माइकल जॉर्डन ने बास्केटबॉल से संन्यास ले लिया लेकिन इसी साल वह वाशिंगटन विज़ार्ड्स की टीम में अध्यक्ष के तौर पर जुड़ गए.
लेकिन फिर 2001 में माइकल जॉर्डन ने वाशिंगटन विज़ार्ड्स के लिए खेलना शुरू किया और 2 वर्ष तक इस टीम का हिस्सा रहे. इस दौरान वे घुटने की चोट के कारण ज्यादा मैच नहीं खेल पाये. 2003 में अनंतः उन्होंने बास्केटबॉल को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया. उन्होंने अपने बास्केटबॉल करियर में बहुत सारे अवार्ड भी जीते हैं.
उद्योगपति के रुप में
2004 में उन्होंने एक माइकल जॉर्डन मोटर स्पोर्ट्स नाम की मोटर साइकिल स्पोर्ट्स टीम की स्थापना की. इसके साथ में वे एक चार्लोट होर्नेट्स नाम की कंपनी के मालिक भी हैं. आज माइकल जॉर्डन 3 बिलियन डॉलर की सम्पति के मालिक हैं.
माइकल जॉर्डन का वैवाहिक जीवन
माइकल जॉर्डन ने दो शादियां की. पहली शादी उन्होंने सितम्बर 1989 में जुआनिता वेनॉय से की उनके तीन बच्चे दो लड़के और एक लड़की, हुए. जिनका नाम क्रमशः जेफ्री, मार्कस और जैसमिन है. लेकिन 17 साल के लम्बे रिलेशनशिप के बाद 2006 में उनका तलाक हो गया.
फिर 2013 में उन्होंने दूसरी शादी क्यूबा की मॉडल Yvette Prieto से की. इनकी दो बेटियां हुई जिनका नाम Ysabel और विक्टोरिया है.
FAQ: Micheal Jordan Biography in Hindi
Q – बास्केटबॉल का भगवान कौन है?
बास्केटबॉल का भगवान माइकल जॉर्डन को कहा जाता है. अधिकतर एक्सपर्ट उन्हें इतिहास का सबसे बेहतरीन बास्केटबॉल प्लेयर मानते हैं.
Q – माइकल जॉर्डन की नेट वर्थ कितनी है?
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार साल 2023 में माइकल जॉर्डन की नेट वर्थ 3 बिलियन डॉलर आंकी गयी.
Q – माइकल जॉर्डन किस कंपनी के मालिक हैं?
माइकल जॉर्डन एक सफल बास्केटबॉल खिलाड़ी होने के साथ साथ एक सफल उद्योगपति भी हैं, वे चार्लोट होर्नेट्स कंपनी के मालिक हैं.
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निष्कर्ष
माइकल जॉर्डन का जीवन परिचय (Micheal Jordan Biography in Hindi) से हमें यह सीख मिलती है कि यह जरुरी नहीं कि जीवन में महान बनने के लिए अमीर घर में जन्म लेना जरुरी है. हम अपनी बुद्धि का सही प्रयोग करके हमारे पास उपलब्ध संसाधनों से जीवन में बहुत कुछ हासिल कर सकते हैं.
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