Sundar Pichai Biography in Hindi ब्लॉग में आज हम एक ऐसी शख्सियत के बारे में विस्तृत चर्चा करेंगे जिसे दुनिया में सबसे अधिक 17.7 करोड़ रुपये सालाना पैकेज की सैलेरी मिलती है।
अक्टूबर 2015 को जब गूगल ने अपना नया CEO नियुक्त किया तो यह पुरे भारतवासियों के लिए गर्व का पल था। क्योंकि इस दिन भारत के सुन्दर पिचाई को विश्व की सबसे बड़ी कंपनी गूगल ने अपना सीईओ नियुक्त किया था। लेकिन सुन्दर पिचाई का गूगल का सीईओ बनने तक का सफ़र बहुत ही प्रेरणादायक है।
उनके पास रहने के लिए एक अच्छा घर नहीं था, उन्होंने अपने बचपन में टी.वी. नही देखी थी, बचपन में बहुत सारी समस्या झेलने के बाद भी उनकी प्रतिभा में कोई कमी नहीं आई। क्योंकि वो जो भी काम करते पुरे लगन और मेहनत के साथ करते थे।
इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि कैसे उन्होंने तमिलनाडु की गलियों से निकलकर गूगल के सीईओ का पद हासिल किया। तो आइये जानते हैं सुन्दर पिचाई का जीवन परिचय पुरे विस्तार से।
सुन्दर पिचाई का जीवन परिचय
वास्तविक नाम | पिचाई सुन्दर राजन |
जन्म | 10 जून 1972 |
जन्म स्थान | मदुरै, तमिलनाडु |
पेशा | गूगल और अल्फाबेट के CEO |
शिक्षा | Metallurgical इंजिनियर / M.S की उपाधि / MBA |
स्कूल / कॉलेज का नाम | जवाहर विधालय / वाना – वानी स्कूल / IIT- खड़कपुर / स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी अमेरिका / यूनिवर्सिटी ऑफ़ पेंसल्वेनिया |
पिता | रघुनाथ पिचाई |
माता | लक्ष्मी पिचाई |
भाई | श्रीनिवासन पिचाई |
पत्नी | अंजली पिचाई |
बच्चे | बेटा – किरन पिचाई, बेटी – काव्या पिचाई |
सुन्दर पिचाई का जन्म और परिवार
सुन्दर पिचाई का पूरा नाम पिचाई सुन्दर राजन है। सुन्दर पिचाई का जन्म 10 जून 1972 के दिन तमिलनाडु के मदुरै नामक शहर के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था।
सुन्दर पिचाई के पिता का नाम रघुनाथ पिचाई और माता का नाम लक्ष्मी पिचाई है। सुन्दर पिचाई का एक भाई भी है, जिसका नाम श्रीनिवासन पिचाई है।
सुन्दर पिचाई के पिता एक इलेक्ट्रिक इंजिनियर थे जिससे सुन्दर पिचाई की टेक्नोलॉजी में रुचि बढ़ी। जब सुन्दर पिचाई मात्र 12 साल के थे तो उनके पिता घर में एक लैंडलाइन फोन लाये थे जो सुन्दर पिचाई के जीवन में पहला टेक्नोलॉजी से जुड़ा सामान था। सुन्दर पिचाई को इस फोन से इतना लगाव था कि वे फोन में डाइल होने वाले सभी नंबर को याद कर लेते थे।
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सुन्दर पिचाई की शिक्षा
सुन्दर पिचाई पढाई में बहुत कुशाग्र बुद्धि के थे। सुन्दर पिचाई ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा जवाहर विद्यालय से की। और, इसके बाद भारतीय प्रोधोगिकी संस्थान मद्रास में वाना-वानी स्कूल से अपनी बारहवीं की परीक्षा उतीर्ण की। स्कूल की पढाई पूरी करने के बाद सुन्दर पिचाई ने JEE की तैयारी शुरु कर दी। हमारे देश में JEE का एग्जाम सबसे कठिन एग्जामों में से एक है।
अपनी लगन और मेहनत से सुन्दर पिचाई ने JEE की परीक्षा उतीर्ण की और IIT खड़कपुर में दाखिला लिया। सुन्दर पिचाई ने सन 1993 में IIT खड़कपुर से Metallurgical इंजिनियर की पढाई पूरी की।
आगे की पढाई करने अमेरिका गए
इंजीनियरिंग की पढाई पूरी करने के बाद सुन्दर पिचाई को मैटिरियल साइंस की पढाई करने के लिए कैलिफ़ोर्निया स्थित Stanford University से स्कॉलरशिप मिली जिसके लिए वे अमेरिका चले गए और Stanford University से M. S. की डिग्री हासिल की। 2002 में सुन्दर पिचाई ने University of Pennsylvania से MBA की पढाई पूरी की।
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सुन्दर पिचाई का करियर
सुन्दर पिचाई ने MBA की डिग्री हासिल करने से पहले कुछ समय तक एक कंपनी में बतौर इंजिनियर काम किया। MBA करने के बाद सुन्दर पिचाई लगभग 2 साल तक अन्य कम्पनियों में बतौर इंजिनियर और प्रोडक्ट मेनेजर काम करते रहे।
सन 2004 में सुन्दर पिचाई ने गूगल कंपनी को जॉइन किया। शुरुआत में उन्होंने गूगल सर्च बार पर एक टीम के साथ काम किया। और, वे कुछ साल तक गूगल के अन्य प्रोडक्ट पर काम करते रहे।
गूगल को सबसे सफल सर्च इंजन बनाने में पिचाई का योगदान
2007-2008 में जब माइक्रोसॉफ्ट का बिंग सर्च इंजन बहुत तेजी से ग्रोथ कर रहा था तब सुन्दर पिचाई ने अपने सीनियर को सुझाव दिया कि गूगल को भी खुद का ब्राउज़र बनाना चाहिए। पहले तो उनके इस आईडिया को यह कहकर टाल दिया कि इसमें बहुत खर्चा है।
लेकिन सुन्दर पिचाई ने मन बना लिया था कि वे गूगल के खुद का ब्राउज़र बनाकर रहेंगे। इसलिए वे अपने इस आईडिया को लेकर गूगल के फाउंडर लैरी पेज और सर्जी ब्रिन के पास गए और उन्हें इस आईडिया पर काम करने के लिए Convince कर लिया।
सुन्दर पिचाई ने इस ब्राउज़र को बनाने में बहुत अहम् योगदान दिया। इस ब्राउज़र का नाम था गूगल क्रोम। 2 सितम्बर 2008 को गूगल क्रोम दुनिया भर में लांच हुआ और कुछ ही सालों में यह नंबर 1 सर्च इंजन बन गया।
गूगल और अल्फाबेट के सीईओ बने
गूगल क्रोम की अपार सफलता के बाद सुन्दर पिचाई टेक्नोलॉजी की दुनिया में एक बहुत बड़ा नाम बन गए। 2008 में ही सुन्दर पिचाई गूगल के Product Development के वाइस प्रेसिडेंट बने।
2012 में सुन्दर पिचाई सीनियर वाइस प्रेसिडेंट बने। इसके बाद से ही सुन्दर पिचाई को दुनिया की बड़ी कंपनियों के CEO बनने के Offer आने लगे जो उनको बहुत बड़ी रकम देने को तैयार थे। लेकिन पिचाई ने सभी ऑफर्स की ठुकरा दिया और गूगल के साथ ही जुड़े रहे।
इसके बाद सुन्दर पिचाई का गूगल में दबदबा बढ़ता चला गया। और 2 अक्टूबर 2015 के सुन्दर पिचाई गूगल के सीईओ बने। इसी साल गूगल ने एल्फाबेट कंपनी भी बनाई। सुन्दर पिचाई एल्फाबेट कंपनी के भी CEO है।
सुन्दर पिचाई ने अपनी लगन और मेहनत के दम पर ये मुकाम हासिल किया और पूरी दुनिया में भारत का नाम भी रोशन किया।
सुन्दर पिचाई का वैवाहिक जीवन
सुन्दर पिचाई ने अपनी कॉलेज की गर्लफ्रेंड अंजली से शादी की। इनके 2 बच्चे भी है, जिनका नाम काव्या और किरन है। सुन्दर पिचाई एक साफ़ छवि और एक नेक दिल इंसान हैं। 2020 में सुन्दर पिचाई ने भारत को नॉन प्रॉफिट गिव इंडिया को 5 करोड़ का दान दिया।
सुन्दर पिचाई की सैलरी
जब 2015 में सुन्दर पिचाई गूगल के सीईओ बने थे तब उन्हें गूगल ने 6 करोड़ का सालाना पैकेज दिया था। 2019 में गूगल ने सुन्दर पिचाई को 17.7 करोड़ का सालाना पैकेज दिया। सुन्दर पिचाई दुनिया में सबसे अधिक सैलरी लेने वाले व्यक्ति हैं।
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FAQ: Sundar Pichai Biography in Hindi
Q. सुंदर पिचाई की 1 महीने की सैलरी कितनी है?
वर्ष 2023 में सुन्दर पिचाई की सालाना सैलरी $2 मिलियन है। इसका मतलब है कि सुन्दर पिचाई की हर महीने की सैलरी $166,666 है। भारतीय रूपये में बात करें तो सुन्दर पिचाई की एक महीने की सैलरी 1 करोड़ 38 लाख, 81 हजार 527 रूपये है।
Q. सुंदर पिचाई कहाँ रहते हैं?
सुन्दर पिचाई कैलिफोर्निया, अमेरिका में रहते हैं।
Q. सुदर पिचाई क्या हैं?
सुन्दर पिचाई अल्फाबेट और उसकी सहायक कंपनी गूगल के CEO हैं।
Q. सुंदर पिचाई के कितने बच्चे हैं?
सुन्दर पिचाई के दो बच्चे हैं, उनके बेटे का नाम किरण पिचाई और बेटी का नाम काव्या पिचाई है।
अंतिम शब्द
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